गुस्से

गुस्से

दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिस्ता टूट जाता है,
और जब होश आता है,
तब वक्त निकल जाता है |

 साँसों,

साँसों,

मिलना तो हम तब भी चाहेंगे,
तुझसे जब तेरे पास वक्त,
और हमारे पास साँसों,
की कमी होगी |