दुश्मन हमें हर वक्त, चौंकन्ना रखेगा, बेदार रखेगा | Ertugrul Ghazi
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिस्ता टूट जाता है, और जब होश आता है, तब वक्त निकल जाता है |
मिलना तो हम तब भी चाहेंगे, तुझसे जब तेरे पास वक्त, और हमारे पास साँसों, की कमी होगी |